नोएडा एयरपोर्ट के पास घर बनाने का सुनहरा मौका

नोएडा एयरपोर्ट के पास घर बनाने का सुनहरा मौका, यमुना अथॉरिटी ने निकाला आवासीय भूखंड योजना का ड्रॉ

नोएडा एयरपोर्ट के पास घर बनाने का सुनहरा मौका, यमुना अथॉरिटी ने निकाला आवासीय भूखंड योजना का ड्रॉ

योजना का विवरण

यमुना प्राधिकरण ने सेक्टर-24 में 451 आवासीय भूखंडों की योजना निकाली है, जिसका ड्रॉ 27 दिसंबर 2024 को इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में आयोजित किया गया। यह योजना उन लोगों के लिए है जो नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास अपना घर बनाना चाहते हैं। इस ड्रॉ में लगभग 1.11 लाख आवेदकों ने भाग लिया था, जिनमें से केवल 451 लोगों को भूखंड आवंटित किए गए।

भूखंडों में प्राप्त आवेदनों का विवरण

क्षेत्रफल भूखंड आवेदन
120 वर्गमीटर 100 23985
162 वर्गमीटर 169 36403
200 वर्गमीटर 172 48170
250 वर्गमीटर 06 1819
260 वर्गमीटर 04 1346

आवेदन प्रक्रिया

आवेदन की प्रक्रिया 31 अक्टूबर से शुरू होकर 30 नवंबर तक चली। कुल 1,12,009 आवेदन प्राप्त हुए थे, लेकिन सत्यापन के दौरान 306 आवेदन निरस्त कर दिए गए। यह निरस्तीकरण उन आवेदकों के लिए था जिन्होंने आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए या अन्य कारणों से उनके आवेदन मान्य नहीं हुए।

ड्रॉ की प्रक्रिया

ड्रॉ की प्रक्रिया सुबह 10 बजे शुरू हुई और इसे हाईकोर्ट के तीन सेवानिवृत्त न्यायाधीशों और प्राधिकरण अधिकारियों की समिति द्वारा संचालित किया गया। ड्रॉ में स्कूली बच्चों द्वारा पर्चियां निकाली गईं, और यह प्रक्रिया लगभग आठ घंटे तक चली। अंततः, चयनित आवेदकों को अपने भूखंडों की पूरी राशि 60 दिनों के भीतर जमा करनी होगी।

भूखंडों का आकार और मूल्य

इस योजना में भूखंडों का आकार न्यूनतम 120 वर्ग मीटर से लेकर विभिन्न आकारों में उपलब्ध है। इनकी बुकिंग राशि अलग-अलग आकार के प्लॉट्स के लिए ₹3,10,800 से लेकर ₹6,73,400 तक निर्धारित की गई है। इसके अलावा, भूमि प्रीमियम दर ₹25,900 प्रति वर्ग मीटर तय की गई है।

भविष्य की योजनाएं

यमुना प्राधिकरण ने भविष्य में धार्मिक स्थलों और सांस्कृतिक केंद्रों के लिए भी भूखंड योजनाएं लाने की योजना बनाई है ताकि क्षेत्र में रहने वाले लोगों को पूजा-पाठ और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए सुविधाएं मिल सकें।

Godrej Riverine Noida

Godrej Riverine 3.5 BHK and 4.5 BHK Price at 7.30 Cr*

Godrej Riverine 3.5 BHK and 4.5 BHK Price at 7.30 Cr*

Godrej Riverine is a residential project that offers luxury living options in the form of 3.5 BHK and 4.5 BHK apartments. The starting price for these units is set at 7.30 Crores. This pricing reflects the premium nature of the development, which is likely to include high-end amenities, modern architecture, and a desirable location.

 Godrej Riverine
Godrej Riverine

Understanding the Pricing Structure

Market Positioning: The price point of 7.30 Crores indicates that Godrej Riverine 44 Noida  is positioned in the luxury segment of the real estate market. This suggests that the project targets affluent buyers looking for spacious and well-designed homes.

Unit Specifications:

3.5 BHK Units: Typically, a 3.5 BHK unit would include three bedrooms, a hall, and an additional room that can be used as a study or guest room.
4.5 BHK Units: These units usually consist of four bedrooms along with a hall and an extra room, providing ample space for larger families or individuals who require more living space.
Amenities and Features: Luxury projects like Godrej Riverine often come with various amenities such as:

 Godrej Riverine
Godrej Riverine

Swimming pools
Fitness centers
Landscaped gardens
Security services
Clubhouses

These features contribute to the overall value proposition of the property, justifying its higher price tag.

Location Factors: The location of Godrej Riverine plays a crucial role in its pricing strategy. Properties situated in prime areas with good connectivity to essential services (schools, hospitals, shopping centers) tend to command higher prices due to increased demand.

Investment Potential: Investing in high-value properties like those offered at Godrej Riverine Noida can be seen as a long-term investment opportunity due to potential appreciation in property values over time, especially if located in developing areas.

Comparative Analysis: When evaluating this pricing against similar offerings in the market, it’s essential to consider other luxury developments within the same vicinity or city that may offer comparable features and amenities.

Godrej Riverine Sector 44 Noida the starting price for Godrej Riverine’s 3.5 BHK and 4.5 BHK units at 7.30 Crores reflects its positioning within the luxury real estate market, supported by high-quality specifications and desirable amenities aimed at affluent buyers seeking premium living experiences.

Birla Estates

Birla Estates ने बोईसर में 104.3 करोड़ रुपये में जमीन खरीदी

Birla Estates ने बोईसर में 104.3 करोड़ रुपये में जमीन खरीदी

 

Mumbai मुंबई : मुंबई आदित्य बिड़ला रियल एस्टेट की शाखा, बिड़ला एस्टेट्स प्राइवेट लिमिटेड ने मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) के बोइसर में ₹104.3 करोड़ में 70.92 एकड़ ज़मीन खरीदी है। बोइसर पालघर जिले में आता है और मुंबई से लगभग 100 किलोमीटर दूर है। यह गुजरात की सीमा के पास एक औद्योगिक केंद्र है। कंपनी ने मंगलवार शाम को अधिग्रहण की जानकारी सार्वजनिक की। बाजार सूत्रों ने संकेत दिया कि कंपनी एक टाउनशिप परियोजना के साथ आने की संभावना है क्योंकि इस क्षेत्र में कई बुनियादी ढांचा परियोजनाएं पाइपलाइन में हैं, जिससे अपार्टमेंट की मांग बढ़ रही है।

महत्वाकांक्षी 508 किमी लंबी मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन बोइसर से होकर गुज़रेगी, और यहाँ एक स्टेशन बनाया जा रहा है, जिसके 2028 तक पूरी तरह से चालू होने की उम्मीद है। अगस्त में सभी मौसमों में इस्तेमाल होने वाले डीप ड्राफ्ट वधावन पोर्ट की आधारशिला भी रखी गई थी। बंदरगाह का पहला चरण 2029 में बनकर तैयार होने वाला है। पालघर में हवाई अड्डा विकसित करने के लिए सचिवालय में भी चर्चा चल रही है। यह चालू कैलेंडर वर्ष के दौरान मुंबई और उसके आसपास बिड़ला एस्टेट्स का तीसरा भूमि अधिग्रहण है, जो इसके रियल एस्टेट कारोबार के विस्तार की योजना का संकेत देता है। इससे पहले दो अधिग्रहण वर्ली और ठाणे में हुए थे। सितंबर में, कंपनी ने व्यवसायी नुस्ली वाडिया से ₹1,100 करोड़ में वर्ली में 10 एकड़ का लीजहोल्ड प्लॉट खरीदने की घोषणा की थी। उसी महीने, बिड़ला एस्टेट्स ने अपने समूह की एक अन्य कंपनी हिंडाल्को से ₹537.42 करोड़ में 24.5 एकड़ का फैक्ट्री प्लॉट खरीदा था।

इन दो प्लॉट के अलावा, बिड़ला एस्टेट्स के पास एमएमआर के भीतर आवास परियोजनाओं का एक सीमित पोर्टफोलियो है। लक्जरी परियोजनाओं में वर्ली में नियारा और मालाबार हिल में अनयू शामिल हैं। तीसरी चल रही परियोजना शाहद में एक टाउनशिप है, जिसे कंपनी कल्याण के नाम से पुकारना पसंद करती है। इसके पोर्टफोलियो में तीन व्यावसायिक भवन हैं – बिड़ला अरोरा, बिड़ला सेंचुरियन और सेंचुरी भवन, ये सभी वर्ली क्षेत्र में हैं।

नोएडा के लिए अच्छी खबर

नोएडा के लिए अच्छी खबर : बिड़ला समूह शहर में बड़ा निवेश करेगा, ग्रुप हाऊसिंग प्रोजेक्ट के लिए बोली लगाई

नोएडा के लिए अच्छी खबर : बिड़ला समूह शहर में बड़ा निवेश करेगा, ग्रुप हाऊसिंग प्रोजेक्ट के लिए बोली लगाई

नोएडा से अच्छी खबर है। प्राधिकरण अगले महीने शहर के सेक्टर-43 में ग्रुप हाउसिंग प्लॉट की ई-नीलामी करने वाला है। देश के कई शीर्ष बिल्डरों ने इस स्कीम मे रुचि दिखाई है। अब तक पांच डेवलपर्स नोएडा प्राधिकरण की इस योजना के लिए आवेदन कर चुके हैं। खास बात यह है कि पहली बार बिड़ला उद्योग समूह ने नोएडा में ग्रुप हाउसिंग प्लॉट में दिलचस्पी दिखाई है। आपको बता दें कि नोएडा प्राधिकरण ने 10 जून 2023 को सेक्टर-43 और सेक्टर-44 में स्थित दो ग्रुप हाउसिंग प्लॉट में दिलचस्पी दिखाई है। आपको बता दें कि नोएडा प्राधिकरण ने 10 जून 2023 को सेक्टर-43 और सेक्टर-44 में स्थित दो ग्रुप हाउसिंग प्लॉट की स्कीम लॉन्च की थी।. सेक्टर-43 में स्थित ग्रुप हाउसिंग प्लॉट 41,145 वर्ग मीटर का है और सेक्टर-44 में 13,800 वर्ग मीटर का है।

 

बिड़ला ग्रुप पहली बार शहर में आया

 

नोएडा अथॉरिटी से मिली जानकारी के मुताबिक सेक्टर-43 वाले ग्रुप हाउसिंग प्लॉट के लिए लगाई गई बोलियों की स्क्रीनिंग चल रही है। यह प्रक्रिया पूरी करने में लगभग एक पखवाड़ा लग सकता है। प्राधिकरण के एक जिम्मेदार टॉप अफसर ने कहा, "हमें इस प्लॉट के लिए पांच बोलियां प्राप्त हुई हैं। कुछ शीर्ष डेवलपर्स ने आवेदन किया है। इनमें मैक्स ग्रुप (मैक्स एस्टेट), बिड़ला ग्रुप और गौर संस शामिल हैं। यह पहली बार है, जब बिड़ला समूह ने नोएडा में ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट के लिए आवेदन किया है। इस समूह की अब से पहले में मौजूदगी नहीं है।

नई भूखंड आवंटन नीति फायदेमंद और पारदर्शी

उन्होंने आगे कहा, "सेक्टर-44 वाले ग्रुप हाउसिंग प्लॉट की नीलामी में समय लग सकता है, क्योंकि उस प्लॉट के लिए पर्याप्त बोलियां नहीं मिली हैं। सेक्टर-44 में प्लॉट की स्कीम को 14 दिन का रोलओवर दिया गया है। यह समय बीतने के बाद दूसरा रोलओवर दिया जाएगा। अगर दोनों रोलओवर में नए आवेदक नहीं आए तो जिस कंपनी ने अभी बोली लगाई है, उसे आवंटन कर दिया जाएगा। नए भूमि आवंटन नियम अथॉरिटी और बिल्डरों, दोनों के लिए फायदेमंद हैं। जिसका लाभ मिल रहा है।" आपको बता दें कि अथॉरिटी ने भूमि खरीद के लिए एकमुश्त भुगतान योजना शुरू की है। जिसके बाद प्राधिकरण में भूखंड आवंटन प्रक्रिया अधिक पारदर्शी हो गई है। अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड वाले बिल्डर आगे आ रहे हैं।

पुरानी और नई आवंटन नीतियों में बड़ा फर्क

वर्ष 2010 में नोएडा प्राधिकरण की भूखंड आवंटन नीति में बदलाव किया गया था। जिसके तहत बिल्डरों को केवल 5 प्रतिशत पजीकरण राशि और 5 प्रतिशत आवंटन राशि का भुगतान करना पड़ता था। शेष 90 प्रतिशत का भुगतान 7-8 वर्षों में निर्धारित तरीके से किया जाना था। जिसके कारण डेवलपर्स का बकाया बढ़ गया और परियोजनाएं अटक गईं। महालेखा परीक्षक की सिफारिशों पर वर्ष 2022 में प्राधिकरण ने समूह आवास परियोजनाओं में नई एकमुश्त भुगतान योजना लागू की। जहां बिल्डरों को अब आवंटन के 90 दिनों के भीतर सारा भुगतान करना पड़ता है। बदलाव के परिणाम स्वरूप केवल आर्थिक रूप से मजबूत कंपनियां प्राधिकरण से जमीन खरीदने के लिए आगे आ रही हैं। जोड़तोड़ करके जमीन खरीदने की कोशिश करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। नोएडा में नई भुगतान योजना के तहत अब तक लगभग चार-पांच ग्रुप हाउसिंग प्लॉट बेचे जा चुके हैं।

अथॉरिटी, बिल्डर और बायर, सब सुरक्षित

ग्रुप हाउसिंग स्कीम्स को भूखंड आवंटन करने वाले अफसरों में शामिल एक ने कहा, "अब हमें ऐसे डेवलपर्स मिल रहे हैं, जो डिफॉल्टर नहीं हैं। उनका ट्रैक रिकॉर्ड बहुत अच्छा है। पिछले दिनों नीलामी के जरिए दो प्लॉट गोदरेज कंपनी को बेचे गए। इससे पहले गोदरेज हमारा प्रत्यक्ष आवंटी नहीं था। उन्होंने शहर में स्पोर्ट्स सिटी प्रोजेक्ट से जमीन का बड़ा हिस्सा दूसरे बिल्डर से खरीदा है। अब अधिक पारदर्शी व्यवस्था है। अब शर्तें सख्त हैं और डिफॉल्टर कंपनियां भाग लेने में सक्षम नहीं हैं। हम यह नहीं चाहते कि बिल्डर प्राधिकरण में घूम-घूमकर छूट या कुछ और मांगते रहें। बिल्डरों को अगर जमीन लेनी है तो एकमुश्त राशि देनी होगी। फिर प्राधिकरण और बिल्डर तेजी से काम करने के लिए स्वतंत्र हैं। इससे घर खरीदने वाले भी सुरक्षित महसूस करते हैं।